फासीवाद (अंग्रेजी: Fascism; /ˈfæʃɪzəm/) एक किसिम के अराजकतावादी (रैडिकल), सत्तावादी (अथॉरिटैरियन), अतिराष्ट्रवाद (अल्ट्रानेशनलिज्म) हऽ[1][2][3][4] जेह में डिक्टेटरशिप, बिपक्ष के जबरियन दबा के रखल, आ समाज आ अर्थबेवस्था पर कठोर शासन के बिसेसता होला।[5] 20वीं-सदी के सुरुआत में यूरोप में ई बिचारधारा प्रमुखता हासिल कइलस।[6] पहिला फासीवादी आंदोलन इटली में सुरू भइल, पहिला बिस्व जुद्ध के दौरान, आ ई यूरोप के अउरियो देसन में फइल गइल।[6] उदारवाद, मार्क्सवाद, आ अराजकतावाद (एनार्किज्म) के बिरुद्ध, परंपरागत रूप से दक्खिनपंथ आ बामपंथ के बिभाजन में एकरा के अति-दक्खिन (फ़ार-राइट) कटेगरी में रखल जाला। [6][7][8][9][10][11] वास्तव में फासीवाद के ओह मायने में विचारधारा ना कहल जा सके ला जे तरे मार्क्सवाद चाहे उदारवाद के देखल जाला, ई बिचारधारा हइए ना हवे बलुक एक किसिम के नीति हवे; चाहे क्रिया भा काम करे के तरीका ढेर हवे; बिचारधारा आ सिद्धांत कम हऽ आ बेहवार जादे हऽ।[12]
↑Turner, Henry Ashby, Reappraisals of Fascism. New Viewpoints, 1975. p. 162. States fascism's "goals of radical and authoritarian nationalism".
↑Larsen, Stein Ugelvik, Bernt Hagtvet and Jan Petter Myklebust, Who were the Fascists: Social Roots of European Fascism (Columbia University Press, 1984; ISBN978-8200053316), प. 424, "organized form of integrative radical nationalist authoritarianism"