दस मिनट में ३-४ व्यक्तियों के लिए बनने वाला एक स्वादिष्ट रायता——
५००ग्राम ताज़ा दही, एक गुच्छा ताज़ा पुदीना, एक कलमी आम, एक चम्मच भुना पिसा जीरा, एक चमम्च काला नमक, एक चम्मच काली मिर्च पिसी।
पुदीना पत्ती को मिक्सी में महीन पीस लें। दही को मिक्सी में डालकर थोढा फेंट लें।उसी में पिसा पुदीना मिला लें।कलमी आम को कद्दूकस करके उसी में मिला दें।जीरा, नमक, कालीमिर्च डालकर मिला दें तथा ठंडा-ठंडा खाने के साथ परोसें।
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आम पुदीना का रसीला रायता
नाग पंचमी
श्रावण शुक्ल पंचमी को नाग पंचमी कहते हैं।इस दिन नागों की पूजा होती है।इसके व्रत में चतुर्थी को केवल एक बार भोजन करें और पंचमी को दिन भर उपवास करके शाम को भोजन करें। चाँदी, सोने, काठ या मिट्टी की कलम से हल्दी और चंदन की स्याही बनाकर पाँच फन वाले पाँ नाग लिखें।पंचमी के दिन पंचामृत, खीर, कमल, धूप, नैवेद्ध आदि से नागों की पूजा करें।पूजन के बाद ब्राह्मणों को लड्डू या खीर का भोजन कराएं।पंचमी को नाग की पूजा करने वाले व्यक्ति को उस दिन भूमि नहीं खोदनी चाहिए।
एक ख़ास सब्जी(भिंडी लज़ीज़)
आठ-दस भिंडियाँ , आधा प्याला कर्ड पनीर , एक छोटा प्याज़ , एक चीज क्यूब , चौथाई छोटा चम्मच नमक , चौथाई छोटा चम्मच काली मिर्च पिसी, एक छोटा चम्मच तेल।
चीज क्यूब को कर्ड पनीर में कस कर डालें। सारी भिंडियों को धोकर लम्बाई में चीरा लगाएं। तैयार मिश्रण को भिंडियों में भरें।नानस्टिक पैन या फ्राईंग पैन में रखकर भिंडी लज़ीज तैयार करें।
कवि
वह सच्चा कवि है जो कविता की अनुभूति में उत्कृष्ट और उच्च आनंद पाता है , चाहे उस ने अपनी तमाम ज़िदगी में कविता की एक लाईन भी न लिखी हो
सावन के उपलक्ष में एक खास डिश( पनीर कच्चा आम पकौडा)
सामग्री और बनाने की विधि——- २५०ग्राम पनीर, एक प्याला मैदा , आधा छोटा चम्मच नमक , एक छोटा चम्मच चाट मसाला , एक कच्चा आम कद्दूकस किया हुआ , एक छोटा चम्मच काली मिर्च पिसी हुई , तलने के लिए पर्याप्त तेल।
सजाने हेतू सामग्री—- टमाटर , प्याज़ और ख़ीरे के गोलगोल छल्ले और सौस।
विधि———- मैदे को छान लें। उसमें नमक,कालीमिर्च डालकर पकौड़े जेसा घोल तैयार कर लें।कद्दूकस किए हुए आम को निचोड़ कर, आम में चाट मसाला अच्छी तरह से मिला लें। पनीर के चौड़े-चौड़े टुकढ़े काट लें।पनीर के दो टुकढ़ों के बीच में आम का मिश्रण डालकर मैदे में डुबोकर गरम तेल में तल लें।जब ये पूरी तरह से तल जाएं तो बीच में से काटकर टमाटर,प्याज़ और ख़ीरेके गोलगोल टुकढ़ोंसे सजाकर परोसें।
श्रावण मास में शिवजी के व्रत
श्रावण के सोमवारों को शिवजी का व्रत किया जाता है।प्रत्येक सोमवार को श्रीगणेश जी , शिवजी , पार्वतीजी और नन्दी की पूजा की जाती है।पूजन के बाद एक बार भोजन करें।ब्राह्मणों द्वारा रुद्राभिषेक का पाठ कराना चाहिए।सावन मास के हर मंगल को मंगला गौरी का पूजन किया जाता है।इस व्त को स्त्रियाँ करती हैं।
सुविचार
जीवन में प्रगतिशील उसे ही माना जाएगा जिसका ह्रदय अत्यधिक कोमल बनता जा रहा है, जिसका रक्त उष्ण और मस्तिष्क सक्रिय होता जा रहा है ; इसके अतिरिक्त जिसका आत्मा शांति में प्रवेश करता जा रहा है।